मोदी साहब जी की उप्लाभ्धि
सरकार का दावा है की उन्होंने 180000 गाँव में बिजली ले आई है जो की एक सही आंकड़ा भी हैं और भारत सरकार के ये लक्ष्य भी था की माई 2018 तक सारे गावो में बिजली पहुँच जाए जो इन्होने ने पूरा क्र भी दिया और अभी मणिपुर राज्य के गाँव लोसंग में बिजली आई उसे पहले मुंबई से थोड़ी दूर एक क़स्बा समुद्र में जिसका नाम मुझे याद नही उसमें भी बिजली आ गाये आजादी के 70 साल बाद भारत में कुल मिला क्र 6 लाख गाँव है जिसमें से 5.50 लाख गाँव में बिजली पिछली सरकारों के काम के वजह से पहुंची
आरके सिंह जी जो की बिजली मंत्रालय में मिनिस्टर ऑफ़ स्टेट है उन्होंने प्रधानमंत्री की तारीफ करते कहा "की आज तक किसी भी प्रधानमंत्री में इतनी हिम्मत नही थी की लाल किले के ऊपर खाद हो क्र बोले की हम भारत को हर गाँव में बिजली देंगे जो की प्रधानमंत्री मोदी जी ने किया" हालाँकि असली जीत तब होगी जब ये बिजली 24/7 पहुंचे गी जो अभी बहुत दूर है
मनमोहन सिंह जी की उपलब्धिया
हालाँकि इस मामले में हमारे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी और UPA सरकार की भी एक बाड़ी उप्लाभ्दी हैं साल 2015 में पीसी मथानी, न्यू एनर्जी और रिन्यूएबल मंत्रालय और दीपक गुप्ता, जो की इसी मंत्रालय में सेक्रेटरी थे ने एक किताब लिखी जिसका नाम हैं achieving universal excess in India जिसमें आंकड़ो के दम पर पेज नो 52 में ये दावा किया गया की 31 जनवरी 2014 तक भारत के 8 राज्यों के सभी 100% गाँव में बिजली पहुंचानी थी ये राज्य थी आंध्र प्रदेश, सिक्किम, तमिल नाडू, हरयाणा, गोवा, केरल , पंजाब, दिल्ली.
कई राज्य ऐसे थी जहा पर 97% से 99.99% तक बिजली पहुँच चुकी थी इन् राज्यों में गुजरात, बिहार, जम्मू कश्मीर, हिमाचल, कर्नाटका, छत्तीसगढ़, महाराष्ट , राजस्थान , उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल यानी 31 जनवरी 2014 तक देश के 18 राज्य में जहा गाँव में 97% से 100% तक बिजली पहुँच चुकी थी पर 24/7 तो पहुंची नही होगी क्यूंकि में भी हरयाणा के एक गाँव से ही आता हूँ जहाँ बिजली आती है पर कट कट के
यहाँ तक की 5 केंद्रीय शाशित इलाके चंडीगढ़, दमन दिऊ, दादर नगर हवेली, लक्षदीप, पांडिचेरी के में 100% गाँव में बिजली पहुँच चुकी थी
ये सारे आंकड़े इन् दोनों आईएस अफसरों ने सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी के हवाले से दिया है यानी सरकारी आंकड़ा है
हालाँकि एक और उलभी है इस सरकार की सं 2005 में भारत निर्माण योजना के तहत भारत के 1 लाख गाँव और 2 करोड़ bpl घरो को बिजली से जोड़ने का लक्ष्य था जिसकी सीमा सं 2012 रखी गई जिसे अचीव क्र लिया गाया और सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रिपोर्ट के अनुसार 11 पंचवर्षीय योजना जो की 2007 से 2012 तक चली उसमें भारत के 5.56 लाख गाँव तक बिजली पहुंचा दी गई थी इरफ 37 हजार गाँव में बिजली पहुंचानी बाकी थी जो की इस सरकार ने लग भाग क्र दिखाया और बांकी बचा भी जल्द ही पूरा होगा ऐसे उम्मीद है
मेरा नजरिया
भले ही इन् प्रधानमंत्रियो का काम सरहनिये है पर अभी भी हमें 100% गाँव में बिजली पहुँचाने का खवाब पूरा नही किया है वो जल्द ही पूरा होगा ऐसी मुझे उम्मीद है और बाद में हमारी सरकर गाँव वालो को 24/7 ब्जिली देगी इसकी भी उम्मीद है और आज तक भारत के जितने भी प्रधानमंत्री आये है उन सब का इसमें योगदान हैं सो नेहरु जी से ले कर नरेंन्द्र मोदी तक सब प्रधानमंत्रियो को धन्यवाद्नूर सदर प्रणाम.
Comments
Post a Comment